Manovaigyanik parikshan ke prakar bataiye
विषय: व्यक्तित्व विकास (Personality Development)
कोर्स कोड: V3-PSY-DEVT
प्रश्न: मनोवैज्ञानिक परीक्षण के प्रकार बताइये।
उत्तर:
मनोवैज्ञानिक परीक्षण के प्रकार (Types of Psychological Tests)
मनोविज्ञान एक वैज्ञानिक विधा है जो मानव के व्यवहार, विचार, भावनाओं तथा व्यक्तित्व की गहराई से समझ प्रदान करता है। मनोवैज्ञानिक परीक्षण (Psychological Tests) ऐसे औजार या तकनीक हैं जिनकी सहायता से व्यक्ति की मानसिक क्षमताओं, व्यक्तित्व लक्षणों, व्यवहार पैटर्न, अभिरुचि, बुद्धि आदि का मूल्यांकन किया जाता है।
मनोवैज्ञानिक परीक्षण मुख्यतः निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किए जाते हैं:
1. बुद्धिलब्धि परीक्षण (Intelligence Tests)
बुद्धि परीक्षण व्यक्ति की मानसिक योग्यता, तार्किकता, समस्या-समाधान की क्षमता, तथा सामान्य समझ का मूल्यांकन करते हैं। ये परीक्षण यह समझने में सहायक होते हैं कि किसी व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता सामान्य से ऊपर, सामान्य या सामान्य से कम है।
प्रमुख प्रकार:
- बिनेट-साइमन बुद्धि परीक्षण
- स्टैनफोर्ड-बिनेट बुद्धि परीक्षण
- वेह्स्लर इंटेलिजेंस स्केल फॉर चिल्ड्रेन (WISC)
- वेह्स्लर एडल्ट इंटेलिजेंस स्केल (WAIS)
2. व्यक्तित्व परीक्षण (Personality Tests)
व्यक्तित्व परीक्षण यह जानने के लिए किए जाते हैं कि किसी व्यक्ति का स्वभाव, दृष्टिकोण, रुचि, सामाजिक व्यवहार तथा आत्म-मूल्यांकन कैसा है। यह परीक्षण व्यक्तित्व विकारों को पहचानने और उपचार की दिशा तय करने में सहायक होते हैं।
प्रमुख प्रकार:
- आब्जेक्टिव टेस्ट (Objective Tests)
जैसे – MMPI (Minnesota Multiphasic Personality Inventory), EPQ (Eysenck Personality Questionnaire)।
ये बहुविकल्पीय या “हां/ना” उत्तरों पर आधारित होते हैं। - प्रोजेक्टिव टेस्ट (Projective Tests)
जैसे –- रॉर्शाच इंकब्लॉट टेस्ट – व्यक्ति की कल्पनाओं के आधार पर विश्लेषण।
- थीमैटिक एपरसेप्शन टेस्ट (TAT) – चित्रों के आधार पर कहानियां बनवाकर विश्लेषण।
- सिटुएशनल टेस्ट – काल्पनिक परिस्थिति में प्रतिक्रिया जानने के लिए।
3. अभिरुचि परीक्षण (Aptitude Tests)
अभिरुचि परीक्षण यह पता लगाने में मदद करते हैं कि किसी व्यक्ति की किस क्षेत्र में रुचि और प्राकृतिक क्षमता है। यह छात्रों के करियर मार्गदर्शन में विशेष रूप से उपयोगी होते हैं।
प्रकार:
- यांत्रिक अभिरुचि परीक्षण (Mechanical Aptitude Test)
- संगीत अभिरुचि परीक्षण (Musical Aptitude Test)
- कलात्मक अभिरुचि परीक्षण (Artistic Aptitude Test)
- संख्यात्मक अभिरुचि परीक्षण (Numerical Aptitude Test)
4. अभिक्षमता परीक्षण (Achievement Tests)
ये परीक्षण यह आंकते हैं कि किसी व्यक्ति ने किसी विशेष क्षेत्र में क्या सीखा है या उसकी योग्यता उस क्षेत्र में कितनी है। यह सामान्यतः शैक्षिक क्षेत्रों में उपयोग होता है।
उदाहरण:
- बोर्ड परीक्षाएं
- विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षाएं
- स्किल टेस्ट
5. अभिवृत्ति परीक्षण (Attitude Tests)
यह परीक्षण यह मापते हैं कि किसी व्यक्ति की किसी विषय, व्यक्ति, स्थिति या विचारधारा के प्रति क्या सोच या दृष्टिकोण है। यह सामाजिक सर्वेक्षणों, राजनीतिक राय, उपभोक्ता व्यवहार आदि में प्रयुक्त होता है।
उदाहरण:
- धर्म, जाति, लिंग, राजनीति, पर्यावरण आदि विषयों पर व्यक्तियों का दृष्टिकोण।
6. तंत्रिकात्मक परीक्षण (Neuropsychological Tests)
इन परीक्षणों के माध्यम से यह जाना जाता है कि मस्तिष्क का कौन-सा भाग कितना सक्रिय या निष्क्रिय है, तथा मानसिक विकारों या क्षतियों का व्यक्ति के व्यवहार पर क्या प्रभाव पड़ा है।
उदाहरण:
- Bender Gestalt Test
- Wisconsin Card Sorting Test (WCST)
7. मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण (Mental Health Tests)
यह परीक्षण यह जानने में मदद करते हैं कि कोई व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ है या नहीं। अवसाद (depression), चिंता (anxiety), स्किज़ोफ्रेनिया आदि मानसिक विकारों की पहचान हेतु इनका उपयोग होता है।
8. कौशल परीक्षण (Skill Tests)
ये परीक्षण कार्यस्थल पर चयन हेतु या प्रशिक्षण प्रभाव का आकलन करने के लिए प्रयुक्त होते हैं। जैसे –
- टाइपिंग टेस्ट
- डेटा एंट्री स्किल टेस्ट
- सॉफ्टवेयर स्किल टेस्ट
9. समूह परीक्षण व व्यक्तिगत परीक्षण (Group vs Individual Tests)
- समूह परीक्षण (Group Tests): एक साथ कई व्यक्तियों पर लागू किए जा सकते हैं। जैसे – प्रतियोगी परीक्षाएं।
- व्यक्तिगत परीक्षण (Individual Tests): एक समय में केवल एक व्यक्ति पर लागू होते हैं, जैसे – रॉर्शाच टेस्ट।
10. मौखिक व अमौखिक परीक्षण (Verbal & Non-Verbal Tests)
- मौखिक परीक्षण (Verbal Tests): जिनमें शब्दों, वाक्यों, भाषायी क्षमताओं का प्रयोग होता है।
- अमौखिक परीक्षण (Non-Verbal Tests): संकेतों, चित्रों, संकेतांकनों के आधार पर होते हैं। यह निरक्षर या भाषा-समस्या वाले व्यक्तियों के लिए उपयोगी हैं।
मनोवैज्ञानिक परीक्षणों की उपयोगिता (Utility of Psychological Tests)
- शैक्षिक मार्गदर्शन हेतु – छात्रों की क्षमता व रुचि के आधार पर सही करियर दिशा देना।
- नौकरी चयन में – कर्मचारियों की मानसिक व व्यावसायिक क्षमताओं का आकलन।
- मानसिक रोगों की पहचान – मानसिक असंतुलन, तनाव, अवसाद आदि की पहचान।
- वैवाहिक परामर्श में – जीवनसाथी की मनोवैज्ञानिक संगति का आकलन।
- न्यायिक प्रणाली में – अपराधियों की मानसिक स्थिति का विश्लेषण।
- वैयक्तिक विकास हेतु – आत्म-ज्ञान और स्वयं में सुधार के लिए।
निष्कर्ष (Conclusion)
मनोवैज्ञानिक परीक्षण मनुष्य की मानसिक संरचना, भावनात्मक स्थिति, सामाजिक व्यवहार एवं व्यक्तित्व को समझने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं। इनके प्रयोग से हम व्यक्ति की क्षमताओं और सीमाओं का वैज्ञानिक विश्लेषण कर सकते हैं। सही परीक्षण विधियों और व्याख्या के द्वारा शिक्षा, व्यवसाय, चिकित्सा, परामर्श तथा अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में इनका अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है। अतः, यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि मनोवैज्ञानिक परीक्षण किसी भी मानव-संसाधन आधारित प्रणाली की रीढ़ की हड्डी समान हैं।
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