Bharat mein Soochna Praudyogiki se aap kya samajhte hain
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी से आप क्या समझते हैं?
(What do you understand by Information Technology in India?)
B.A. Final Year – Contemporary India (1947–2004) | Paper II | Subject Code: A3-HIST 2D
परिचय | Introduction:
सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology – IT) वह तकनीक है, जो कंप्यूटर और टेलीकम्युनिकेशन के माध्यम से सूचना (Information) को संग्रहित, संसाधित, प्रसारित और सुरक्षित करने का कार्य करती है। भारत में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने वर्ष 1990 के बाद जबरदस्त विकास किया और यह देश की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक प्रगति में एक क्रांति लेकर आया। इसे 21वीं सदी की रीढ़ कहा जाता है।
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी का इतिहास | History of IT in India:
- प्रारंभिक विकास (1960–1980):
- इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (ECIL) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) की स्थापना।
- मुख्य रूप से सरकारी क्षेत्रों में कंप्यूटर का उपयोग।
- विकास की नींव (1980–1990):
- राजीव गांधी के नेतृत्व में कंप्यूटराइजेशन और टेलीकम्युनिकेशन को प्रोत्साहन।
- C-DAC (Centre for Development of Advanced Computing) की स्थापना।
- आईटी क्रांति का दौर (1991–2004):
- नई आर्थिक नीति के अंतर्गत उदारीकरण (Liberalization) और निजीकरण (Privatization) ने आईटी सेक्टर को उड़ान दी।
- INFOSYS, TCS, WIPRO, HCL जैसी कंपनियों का वैश्विक स्तर पर उभार।
- सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट में भारी वृद्धि।
- बैंगलोर, हैदराबाद, पुणे जैसे शहर आईटी हब बने।
आईटी क्षेत्र में भारत की उपलब्धियाँ | Achievements of India in IT Sector:
क्षेत्र | उपलब्धि |
---|---|
सॉफ्टवेयर निर्यात | भारत दुनिया का सबसे बड़ा सॉफ्टवेयर निर्यातक बना। |
आईटी हब | बैंगलोर को ‘सिलिकॉन वैली ऑफ इंडिया’ कहा गया। |
नौकरी सृजन | करोड़ों युवाओं को आईटी क्षेत्र में रोजगार मिला। |
ई-गवर्नेंस | सरकारी सेवाओं में डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल (आधार, डिजीलॉकर, ई-मित्र आदि)। |
BPO/KPO | कॉल सेंटर, आउटसोर्सिंग सेवाएं, डाटा एंट्री सेवाओं का निर्यात। |
सूचना प्रौद्योगिकी के लाभ | Benefits of Information Technology:
- आर्थिक विकास:
- भारत की GDP में आईटी सेक्टर का योगदान उल्लेखनीय है।
- रोजगार के अवसर:
- लाखों युवाओं को उच्च वेतन वाली नौकरियाँ प्राप्त हुईं।
- शिक्षा में सुधार:
- ऑनलाइन शिक्षा, डिजिटल क्लासरूम, वेब आधारित लर्निंग में बढ़ोतरी।
- ई-गवर्नेंस:
- सरकारी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और सरलता आई।
- वैश्विक पहचान:
- भारत को वैश्विक स्तर पर टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर सुपरपावर के रूप में मान्यता मिली।
भारत में आईटी से संबंधित प्रमुख संस्थान | Major IT Institutions in India:
- NASSCOM (National Association of Software and Services Companies)
- STPI (Software Technology Parks of India)
- C-DAC (Centre for Development of Advanced Computing)
- NIC (National Informatics Centre)
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी की चुनौतियाँ | Challenges in India’s IT Sector:
- डिजिटल डिवाइड (Digital Divide):
- शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी अंतर।
- साइबर अपराध:
- बढ़ते इंटरनेट उपयोग के साथ डेटा चोरी और ऑनलाइन धोखाधड़ी में वृद्धि।
- अवसंरचना की कमी:
- छोटे शहरों और गांवों में इंटरनेट और पावर बैकअप जैसी समस्याएं।
- कौशल की कमी:
- आईटी के लिए प्रशिक्षित मानव संसाधनों की निरंतर आवश्यकता।
सरकारी योजनाएँ | Government Initiatives:
- डिजिटल इंडिया मिशन (Digital India Mission) – 2015 में शुरू की गई योजना।
- मेक इन इंडिया – इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा।
- स्टार्टअप इंडिया – आईटी आधारित स्टार्टअप को सहयोग।
निष्कर्ष | Conclusion:
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी एक परिवर्तनकारी शक्ति बन चुकी है जिसने भारत को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाई है। यह न केवल देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बना रही है, बल्कि समाज के सभी वर्गों को डिजिटल रूप से सशक्त भी कर रही है। सरकार और निजी क्षेत्रों के समन्वय से यह क्षेत्र भविष्य में भारत को विश्व की तकनीकी महाशक्ति बना सकता है।
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