डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर: प्रवेश प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी
Sagar University Admission Process – डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, जिसे सागर विश्वविद्यालय के नाम से भी जाना जाता है, मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित है। यह भारत का पहला और सबसे पुराना केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 1946 में प्रसिद्ध शिक्षाविद और समाजसेवी डॉ॰ हरिसिंह गौर द्वारा की गई थी। इस विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुसंधान, और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्रदान करना है।
इस लेख में हम विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया, उपलब्ध पाठ्यक्रम, पात्रता मानदंड, आवेदन प्रक्रिया, और अन्य आवश्यक जानकारियों को विस्तार से समझेंगे।
विश्वविद्यालय का परिचय – Sagar University Admission Process
स्थापना और उद्देश्य
डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय का उद्देश्य छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान कर उन्हें समाज का एक सशक्त हिस्सा बनाना है। इसे 2008 में केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ। यह विश्वविद्यालय विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी छात्रों के लिए शिक्षा को सुलभ बनाता है।
विश्वविद्यालय की विशेषताएं
- 830 एकड़ में फैला हुआ विशाल और हरा-भरा परिसर।
- एनएएसी द्वारा ‘ए’ ग्रेड से मान्यता प्राप्त।
- विश्वस्तरीय पुस्तकालय और अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं।
- देश-विदेश के छात्रों के लिए विशेष शैक्षणिक सुविधाएं।
- केंद्रीय और राज्य सरकार की छात्रवृत्ति योजनाएं।
पाठ्यक्रमों की सूची
डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय विभिन्न स्तरों पर पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिनमें स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएच.डी. और डिप्लोमा शामिल हैं।
स्नातक (Undergraduate) पाठ्यक्रम
- बी.ए. (कला)
- बी.एससी. (विज्ञान)
- बी.कॉम. (वाणिज्य)
- बी.बी.ए. (प्रबंधन)
- बी.सी.ए. (कंप्यूटर अनुप्रयोग)
- बी.फार्मा (फार्मेसी)
- एल.एल.बी. (कानून)
स्नातकोत्तर (Postgraduate) पाठ्यक्रम
- एम.ए. (अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र)
- एम.एससी. (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान)
- एम.कॉम. (वाणिज्य)
- एम.बी.ए. (प्रबंधन)
- एल.एल.एम. (कानून)
शोध (Research) कार्यक्रम
- पीएच.डी. (Doctor of Philosophy)
- एम.फिल. (Master of Philosophy)
डिप्लोमा और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम
- पत्रकारिता और जनसंचार
- पर्यावरण अध्ययन
- कंप्यूटर अनुप्रयोग
प्रवेश प्रक्रिया का अवलोकन
डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया मेरिट और कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा (CUET) पर आधारित है। यह प्रक्रिया केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET) के माध्यम से की जाती है, जो राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होती है।
महत्वपूर्ण तिथियां
- ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत: मार्च-अप्रैल
- CUET परीक्षा तिथि: मई-जून
- परिणाम और मेरिट सूची: जुलाई
- काउंसलिंग और प्रवेश: जुलाई-अगस्त
पात्रता मानदंड
स्नातक पाठ्यक्रम
- मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 परीक्षा उत्तीर्ण।
- न्यूनतम 50% अंक (आरक्षित वर्ग के लिए छूट)।
- विज्ञान और वाणिज्य पाठ्यक्रमों के लिए संबंधित विषय अनिवार्य।
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम
- स्नातक स्तर पर संबंधित विषय में न्यूनतम 55% अंक।
- आरक्षित श्रेणी के लिए अंकों में छूट।
शोध कार्यक्रम (पीएच.डी. और एम.फिल.)
- स्नातकोत्तर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक।
- विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा और इंटरव्यू अनिवार्य।
आवेदन प्रक्रिया
डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय की आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से की जाती है।
ऑनलाइन आवेदन के चरण
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: www.dhsgsu.ac.in।
- “Admission” सेक्शन में CUET पोर्टल का चयन करें।
- व्यक्तिगत और शैक्षणिक विवरण भरें।
- दस्तावेज़ अपलोड करें।
- आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- आवेदन पत्र का प्रिंटआउट लें।
आवश्यक दस्तावेज़
- 10वीं और 12वीं की अंकसूची
- स्नातक/स्नातकोत्तर की डिग्री (यदि लागू हो)
- पहचान पत्र (आधार कार्ड, पासपोर्ट)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- हस्ताक्षर
- जाति प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
आवेदन शुल्क
- सामान्य वर्ग: ₹800
- ओबीसी: ₹600
- एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी: ₹400
प्रवेश परीक्षा (CUET)
CUET परीक्षा छात्रों की शैक्षणिक और तार्किक क्षमता की जांच करने के लिए आयोजित की जाती है।
परीक्षा का प्रारूप
- प्रश्नों का प्रकार: बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ)
- अंक: 400
- अवधि: 2 घंटे
- विषय: संबंधित विषय और सामान्य ज्ञान
मेरिट सूची और परिणाम
प्रवेश परीक्षा के परिणाम के आधार पर विश्वविद्यालय मेरिट सूची प्रकाशित करता है। छात्रों को उनकी रैंक और योग्यता के अनुसार काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर दिया जाता है।
काउंसलिंग प्रक्रिया
काउंसलिंग के चरण
- दस्तावेज़ सत्यापन।
- उपलब्ध सीटों के आधार पर पाठ्यक्रम चयन।
- प्रवेश शुल्क जमा करना।
काउंसलिंग शुल्क
छात्रों को काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान नामांकन शुल्क का भुगतान करना होता है।
आरक्षण नीति
डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय भारत सरकार द्वारा निर्धारित आरक्षण नीति का पालन करता है।
आरक्षित वर्ग के लिए आरक्षण
- अनुसूचित जाति (SC): 15%
- अनुसूचित जनजाति (ST): 7.5%
- अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): 27%
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS): 10%
- दिव्यांगजन (PWD): 5%
छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता
छात्रवृत्ति योजनाएं
- केंद्रीय और राज्य सरकार की योजनाएं।
- अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए विशेष योजनाएं।
- मेधावी छात्रों के लिए पुरस्कार और वित्तीय सहायता।
छात्रवृत्ति के लिए आवेदन प्रक्रिया
छात्र विश्वविद्यालय की छात्रवृत्ति पोर्टल या राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. CUET परीक्षा के लिए आवेदन कब करना चाहिए?
CUET परीक्षा के लिए आवेदन मार्च-अप्रैल में होते हैं।
2. क्या विश्वविद्यालय में हॉस्टल सुविधा है?
हां, विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त हॉस्टल हैं।
3. क्या प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन है?
हां, आवेदन और प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है।
निष्कर्ष
डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और शोध के अवसर प्रदान करता है। यह विश्वविद्यालय अपने व्यापक पाठ्यक्रमों, अनुभवी शिक्षकों और आधुनिक सुविधाओं के लिए जाना जाता है।
यदि आप एक ऐसे संस्थान की तलाश में हैं जो आपको शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास के लिए उपयुक्त अवसर प्रदान कर सके, तो डॉ॰ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय एक उत्कृष्ट विकल्प है। समय पर आवेदन करें और प्रवेश प्रक्रिया के सभी निर्देशों का पालन करें।
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